Abhinav Chandelのインスタグラム(abhiandnow) - 11月25日 18時04分
चाहूँ तो ख़ुशी हूँ मैं,
चाहूँ तो दुःख भी मैं ही
चाहूँ तो जीवित हूँ मैं,
चाहूँ तो मृत भी मैं ही
चाहूँ तो ढलते सूरज की लालिमा,
चाहूँ तो एक गर्म दोपहर का नीला आकाश
चाहूँ तो त्रिशूल को छू कर आती ठंडी हवा,
चाहूँ तो जंगल के बीच जलते अलाव की गर्मी
चाहूँ तो हाथों पे बिखरी मुस्कुराहट,
चाहूँ तो आँसू भी मैं ही
चाहूँ तो किसी ढलती शाम का सुकून हूँ मैं,
और चाहूँ तो दूर किसी बाज़ार की भीड़
बहुत नाम हैं मेरे,
एक नाम तुम्हारे लिए,
एक मेरा खुदका
कि चाहूँ तो मैं अभी यहीं हूँ,
और चाहूँ तो दूर किसी आकाश में खोता हुआ...
[BIHAKUEN]UVシールド(UVShield)
>> 飲む日焼け止め!「UVシールド」を購入する
7,691
95
2020/11/25